मोहब्बत से लेकर मोहब्बत की इंतेहा
तक मोहब्बत जताओगे क्या
अपने घड़ी की नोक में मेरे दुप्पटे के शिरे को फसाओगे क्या
जाड़े में हाथ थामोगे क्या
मै बहुत जल्दी रूठ जाती हूं
तो क्या जब रूठूं तो मुझको प्यार से मानाओ गे क्या
और रूठने के बाद अक्सर मै खाना नहीं खाती तो
क्या तुम भी मुझे मेरी मां की तरह अपने हाथो से
मुझे खाना खिलाओगे क्या
और सुनो,
तुम भी मुझसे इश्क़ करते हो
ये दुनिया वालो को बताओगे क्या...
श्वेता✍️
©___shweta
___shweta
Writer/StoryWriter Instagram- shweta__nancy_
-
___shweta 4d
-
___shweta 5d
सर्दी की रातों में
भीगी भीगी बातों में
तुम्हारी तन्हाई रहती है मेरी उन सब यादों में
चाय की घुट में
मेरी लिखी हुई उन सब गजलों में
तुम्हारा ज़िक्र रहता है इश्क़ करती एक लड़की की किताबो में,
सर्दी की रातों में
मेरे भीगे भीगे बालों में
इश्क़ करती फिरती है तुम्हारी उंगलिया ,
दुप्पटे को मेरे तुम अपनी मां आंचल बताते हो
तुम बिल्कुल मेरी मां जैसी दिखती हो
ऐसा कहकर तुम मेरे गोद में सो जाते हो
एक उदास ,नदान ,मासूम लड़की की यादों में
इश्क़ करते फिरते रहते हो एक लड़की की किताबो में...
श्वेता ✍️ -
___shweta 2w
उनकी तन्हाइयो ने मुझे ऐसे डसा
की उनसे दूर जाकर मै तो घबरा गई
लो मै यही ,
फिर यही आ गई.... -
___shweta 3w
जो अगर तुम्हे नींद नहीं आएगी
तो मै तुम्हे लोरी भी सुनाऊंगी
चांद के उजाले में तुम्हे
अपनी आंचल में चुपाउगी
एक मां की तरह तुम्हे प्यार करूगी
छोड़ दे साथ तुम्हारा कोई भी
मै तुम्हारा साथ जन्मों जन्मों तक निभाउगी
इस दुनिया से परे
एक अलग दुनिया में हमारी दुनिया बसाऊंगी
सबसे छुपा कर तुम्हे अपनी आंचल में सुलाउगी
जो अगर तुम्हे नींद नहीं आई
तो मै तुम्हे लोरी भी सुनाऊंगी...
श्वेता ✍️
©___shweta -
___shweta 5w
इश्क़ से हारी हूं
दुनिया के लिए बेचारी हूं
मै लड़की थोड़ी नदानी हूं
मगर मै थोड़ी सी प्यारी हूं...
श्वेता ✍️
©___shweta -
___shweta 7w
आज बहुत दिनों बाद तुम्हें
अपनी यादों में बुलाया है,
यादों में सजा कर तुम्हे अपने गले से लगाया है
गले से लगाकर तुम्हे
किसी और से चुराया है
चुराकर तुझको
महज़ ये ख़ूबसूरत सा ख्वाब बताया है...
श्वेता ✍️
©___shweta -
___shweta 8w
गलतफहमी है उन्हें की हम उनके लिए लिखते है
देखते है हमें वो ऐसे की
हम आज भी उनके लिए सजते है
करले दूर इस गलतफहमी को मजनू
कि हम आज भी तुमसे इश्क करते हैं...
श्वेता✍️
©___shweta -
___shweta 8w
अपने लबों से चुमकर मिटा दूंगी
तेरे सारे दर्दों को
जो गुजरी थी कल तक तुझपे दर्द
उन दर्दों को मोहब्बत में तब्दील करूंगी
तुम्हारे लाख कहने पर भी
कि
चली जाओ मेरी जिंदगी से अब
अब तुम्हें कभी छोड़कर भी नहीं जाऊंगी...
श्वेता ✍️
©___shweta -
___shweta 10w
लगाकर मेहंदी हाथों में तेरे नाम की
मैं थोड़ी-थोड़ी तेरी हो जाऊंगी
भर कर तेरे नाम का सिंदूर अपनी मांग में
आज मैं तेरी आधी से पूरी - पूरी हो जाऊंगी,
तु आना या न आना इस दीवाली
मै वहीं तेरा इंतज़ार किया करूगी
जहां एक रोज़ मै तुझसे सबसे
छूप कर मिलने आया करती थी,
पूछने पर सबको दोस्त के यहां गई थी
ये भी बतलाया करती थी ,
ये दीवाली थोड़ी सी इस बार अधूरी सी लगेगी
मगर याद कर उन लम्हे को और
जलाकर तेरे नाम का दिया
मै इस दीवाली को पूरा बनाउगी...
श्वेता ✍️ -
___shweta 11w
जैसे संगम हो अलकनंदा का भागीरथी से
की गंगा हो जाए,
जैसे तुम्हारा हाथ मेरे हाथों में आए तो
तो दो हाथो के बीच ताजमहल हो जाए,
जैसे चुमो अपने होठों से मेरी आंखे
की मै सिर्फ और सिर्फ तुम्हारी हो जाऊ,
सुबह आंखे खुले तो हम
एक दूजे के बाहों में नजर आए,
कुछ करो ऐसा चमत्कार शिव जी
की मै अपने शिव की पार्वती हो जाऊं...
श्वेता✍️
©___shweta
