अब आलम-ए-दिल से यूं खफा हूं...
मैं आईना भी देखूं तो एक सज़ा हूं
मुझे ये चूड़ियां काजल ओ' झुमके क्या जचे
जब आती हर सांस की खुद ही कजा़ हूं!!
©abr_e_shayari
#areeyaar
11 posts-
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हम क्यूं कहें कि लोगों ने हमारा इस्तेमाल किया
जब हमीं हाजिर थे तो उन्होंने बस अपना काम किया
©abr_e_shayari -
इस वत्सर की ये खासियत होगी....
बचेंगी इमारतें कई और खत्म इंसानियत होगी!!
©abr_e_shayari -
shriti_ 13w
उसने मुड़कर आंखों से कुछ कह दिया था...
इश्क-ए-आब को दिल -ए-दरिया ने शह दिया था...
हमें इत्तला थी तो हम तो सम्भल गए....
पर इश्क ने उन पर अपना काम कर दिया था
©abr_e_shayari -
वो ग़ज़ल भला क्या कामिल है
जिस में ना अधूरी ख्वाहिश हो
वो इश्क़ भला क्या इश्क़ हुआ
जिस में ना हुई नुमाइश हो
©abr_e_shayari -
shriti_ 13w
#areeyaar #coughsyrup...
Drinking cough syrup is always a task for me....
What about u???
Like n comment....ना पी सके
ना परहेज कर सके...
तेरी मोहब्बत भी मूई
कफ सीरप सी हो गई है!!
©abr_e_shayari -
shriti_ 14w
सब्र ढहता जा रहा है
आज बीता जा रहा है
आफताब-ए-कल होगा और सलीब
ये महताब चीखे जा रहा है....
सांस लेना ना मयस्सर
आबोहवा का ये असर
देखते ही देखते दम
"अबर-ए-शायरी" का घुटते जा रहा है
आज बीता जा रहा है
देखो! !!
आज बीता जा रहा है....
©abr_e_shayari -
June
कुछ बातें बस बातें होती हैं
दोपहर ने भी हलाल किए मासूम कई
पर बदनाम बस रातें होती है
औ' ये जून तो बस तापमान बढ़ता है
पर मशहूर दिल जलाने वाली बरसातें होती है!!
©abr_e_shayari -
shriti_ 14w
@_anshuman_ji can u write more
#areeyaar ...to read first stanza tap on #omnamahshivay ...like repost n let me know how it is....@writersnetwork @mirakeeवह प्रलय प्रचंड
वह मार्कण्ड
वह श्वास शीत
वह मृत्युदण्ड
वह भोर पहर का कलरव है
वह शोर मचाता आरव है
वह रिपचदमन
वह सोन सुमन
वही ब्रह्म - सागर है
वह शंकर हैं
वह शंकर हैं।।
©abr_e_shayari -
ऐ दिल कभी कुछ आसपास भी देख...
दूर का ही शख्स हर बार तूझे जचता है!
©abr_e_shayari