मेरी फितरत में नहीं अपना
गम बयां करना।।
अगर तेरे वजूद का हिस्सा हूं
तो महसूस कर तकलीफ मेरी।।
Pihu
pihu_tripathi
garima.pihu
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कोई तो है मेरे अन्दर
मुझे संभाले हुए।।
मै बेकरार सी रहकर
भी बरकरार हूं।।
पीहू -
देखा जो इश्क़ आंखो में
तो कहने लगा हकीम।।
अफसोस की तुम इलाज
के काबिल नहीं रहे।।
Pihu -
मै तुझे ताउम्र
याद आऊ।।
भूलने वाले
तेरी सजा हो
ये ।
Pihu❣️ -
❣️
रंजिश है अगर दिल
में तो खुलकर
गिला करो।।
मेरी फितरत ही
ऐसी है।।
मै फिर भी हंसकर
ही बोलूंगी।।
Pihu -
It's time to
Let go now
Said the future......
But
I don't know how*/,?
There is an art to it
❣️replied grace❣️
,,Will uh show me,,
Time smile down on me❣️
Patience little one❣️
I will teach uh..
Pihu❣️ -
कभी तुम साथ रहे,,कभी रहे तुम हमसे जुदा
पर जितना किया इश्क़,बस तुम्हीं से किया।।
अब साबित करने को ना कहो ए मेरे जा
इस बात के है फकत दो ही गवाह।।
एक मै और एक मेरा खुदा।।
Pihu -
कुछ तो है जो बदल गया है
शाख के पत्तों का रंग उतर गया है।।
कैद था कोई को दिल के दरवाजों में
आज लांघ कर देहलीज निकल गया है।।
एक वक़्त था जब हर वक़्त साथ था वो मेरे
शायद •••••••अब वक़्त बदल गया हैं।।
अफसोस करना भी अब तो बेमानी सा लगता है
खुद अपना ही कल एक कहानी सा लगता है।।
बस कोई नींद से जगा दे अब हमे।।
और बोले उठ सवेरा हो गया है।।
Pihu -
हो सकता है कि मेरी
कहीं बात
तुम्हे समझ ना आए।।
मेरे लिखे शब्द तुम में
कोई जज्बात ना जगाए।।
हो सकता है कि मेरी सोच
तुमसे मेल ना खाए।।
मेरे लिखे तर्क तुम्हे
निर्थरक नजर आए
तुमने यहां तक की मेरी कविता
पढ़ ली मेरे लिए वहीं
बहुत है।।
Pihu -
ठहर जा
तू
मेरी बाहों की
हिफाज़त में।
सुकून ना मिले
तो मोहब्बत
कम कर देना।।
Pihu
