फकत वो बात इतनी जरूरी क्यूँ है
मिला ही नही कभी, उससे बात जरूरी क्यूँ है?
वक्त गुजरता है, सहर रूकती नही
ऐ चांद तुझे ये रात जरूरी क्यूँ है?
खलिश रही तो रही वजह जरूरी क्यूँ है?
ऐ तपिश तुझे, बरसात जरूरी क्यूँ है?
खाक सिकंदर को गले डालेगी ही
ऐ शह, तुझे ये मात जरूरी क्यूँ है?
पलों के बीच जिया हो जिंदगी जिसने
कसमों में उन्हे जन्म सात जरूरी क्यूँ है?
आखिर में बिछडना है सच दुनियाँ का
यूं पकड़ के चलना हाथ जरूरी क्यूँ है?
अतिरेक