आज फिर
आज फिर ना जाने क्यूँ
दिल उदास सा है ...
आज फिर उसे शायद
तन्हाई का एहसास सा है ।।
ना जाने क्यूँ वो हर रात
तड़प सा जाता है ...
शायद यार के लौट आने का
उसे विश्वास सा है ।।
©prince_shridhar