एहसास
परेशा है वो अपनी हालत से,
किसी और में कहाँ दम था,
उसका भी कुछ खरीदने का मन था,
मगर जेब मे उसके पैसा कम था,
कुमार सौरभ
एहसास
परेशा है वो अपनी हालत से,
किसी और में कहाँ दम था,
उसका भी कुछ खरीदने का मन था,
मगर जेब मे उसके पैसा कम था,
कुमार सौरभ