भरोसा
वो c कहती है हमें
की उनपर भरोसा करें
क्योंकि हम उन्हें ताने जो मारते रहते हैं
उनका अब
हम भरोसा करते है
इसलिए तो बरसो से गुस्सा
करते आये है और ताने मारते
रहते है ।
भारी वजन से घुटनो में
आ चुका है दिमाग
भला कौन समझाए उन्हें ।
तवायफ उन्हें समझते हम
तो ताने मारने ही छोड़ देते हम
और सिर्फ तारीफ करते रहते
कोई बेवकूफ तवायफों पर ताने कसता नहीं
गुस्से से तो उन्हें डांटते है ,ताने कसते
है जिन्हें हम अपना समझते है ।
आँखों के सामने उन्हें दलदल में
धँसते देखा नही जाता
बहोत पीड़ा उतपन्न होती है
तो कोई रो देता है ,तो कोई गुस्सा निकाल
देता है ।