सोच न हुई, शराब हो गई
जितनी पुरानी और सडी़ है
उतनी अच्छी।।
©anirva_poetries
सोच न हुई, शराब हो गई
जितनी पुरानी और सडी़ है
उतनी अच्छी।।
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