हाल तो पुंछ लू तेरा पर डरती हूँ आवाज़ से तेरी
ज़ब ज़ब सुनी हैं कमबख्त मोहब्बत ही हुई हैं
©geetabhardwaj
हाल तो पुंछ लू तेरा पर डरती हूँ आवाज़ से तेरी
ज़ब ज़ब सुनी हैं कमबख्त मोहब्बत ही हुई हैं
©geetabhardwaj