ये शाम युही बस ढल जाती हैरातें न जाने कब गुज़र जाती है कोई रूठ जाता हमसे कोई टूट जाता है बिन कहे न जाने ये साथ छूत जाता है©o3muskan
ये दिन गुजरने मत दो
वो टूट जाता है उसे रूठने मत दो
साथ छूट जाता है उसका हाथ छूटने मत दो