महफ़िलो का दस्तूर भी कुछ ऐसा है कि
हमारी 'आह' में भी यहाँ 'वाह' निकलती है।।
©_shraddha_rajput_
महफ़िलो का दस्तूर भी कुछ ऐसा है कि
हमारी 'आह' में भी यहाँ 'वाह' निकलती है।।
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