आँखें
ये आँखें बेजुबान की जुबान हैं
बिना बोले सब कुछ बता देती हैं।
बिना कहे सबकुछ समझा देती हैं,
कभी करुणा, कभी प्रेम, कभी गुस्सा तो कभी तिरस्कार।
कितना कुछ जानती और समझती हैं ये आँखें।
©rajni_pant
rajni_pant
rajni _pant
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विनम्रता से ही नैतिकता आती है
और
जीवन में सादगी आती है !!!
©rajni_pant -
पिता
पिता, एक ऐसा व्यक्तित्व
जिसकी गरिमामयी उपस्थिति ही
परिवार के एकीकरण एवं स्नेह का पर्याय है
जिसकी गंभीर गर्जना से पूर्ण आवाज
अनुशासन का पर्याय है
जिसका सूक्ष्म अवलोकन
आपसी सद्भाव का प्रतीक है
जिसकी निर्मल मुस्कान
परिवार की संपन्नता का पर्याय है
जो संपूर्ण परिवार को वटवृक्ष के समान
आश्रय देता है।
©rajni_pant -
आत्मनिर्भरता
आत्मनिर्भरता क्यों जरूरी है
जब हमारी बीमारी मे दूसरे हमारी मदद करते हैं,
जब QUARTINE PERIOD. मे दूसरे हमारी आवश्यकता की पूर्ति करते हैं ,
जब हम अपनी छोटी -छोटी आवश्यकता की पूर्ति के लिए जानकार पर निर्भर रहते हैं,
क्या सही मायनों में हम आत्मनिर्भरता का दंभ तो नहीं भर रहे?
वस्तुतः
वास्तविक आत्मनिर्भरता तो तब है जब हम
दूसरों की निःस्वार्थ भाव से सेवा कर सकें,
स्वयं सन्मार्ग के आचरण के साथ दूसरों को भी प्रेरणा दे सकें
आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को स्वावलंबी बनाकर,
लोगों के जीवन में खुशियां बाँटकर
सही मायनों में जियो और जीने दो की भावना ही
आत्मनिर्भरता है
©rajni_pant -
rajni_pant 34w
आओ ! चलें जंगल की ओर
प्रकृति की ओर
प्रकृति से दूरी ही
आज हमें अपनों से दूर कर रही है ।
©rajni_pant -
rajni_pant 34w
क्यों होता है जरूरी
रिश्तों को कोई नाम देना
बेनाम रिश्तों की भी अहमियत है
क्योंकि
गहराई में डूबे कई रिश्ते
अक्सर बेनाम होते हैं! !! -
rajni_pant 35w
भ्रमण
कुकूछीना की याद आ गईं -
rajni_pant 35w
भ्रमण
घूमने जा नहीं सकते, आओ ! घर बैठे ही जंगल की सैर का आनंद लें -
माँ
हे माँ ! नमन तुझे
तेरा है उपकार बड़ा
संसार का दर्शन कराकर
बोलने का अभ्यास कराकर
उचित -अनुचित मे भेद बताकर
उॅगली पकड़कर सन्मार्ग में चलना सिखाकर
ममता के आँचल में छिपाकर
स्नेह का अमृत पिलाकर
सद्ज्ञान का उपदेश देकर
जीवन समर का पाठ पढ़ाकर
संपन्न तुमने हमें बनाया है।
प्राणि जगत की प्रत्येक मातृसत्ता को नमन !!!
©rajni_pant -
rajni_pant 38w
Remember that schools are not closed.
SCHOOL BUILDINGS
are closed.
The teachers and students are working harder than ever.
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anonymous_562 20w
#success #impossible #try #hardwork #smartwork @readwriteunite @rita_nova @mirakee @mirakeeworld
Beginning everything seems hard and you may feel that it's not possible for you to achieve it. At that time, remember these words and take a deep breath in and out. Get up and definitely you can achieve something great. Be humble .
By unknown writerKeep on going...
Its not easy,
But its not impossible. -
जब टूटने लगे हौसले तो
बस ये याद रखना,
बिना मेहनत के हासिल
तख्तो ताज़ नहीं होते,
ढूंढ़ लेना अंधेरे में मंज़िल अपनी,
जुगनू कभी रौशनी के
मोहताज़ नहीं होते।
©kritishukla -
deepajoshidhawan 16w
हम एक काम में बहुत आगे निकल गए हैं।
हर व्यक्ति , हर रिश्ते, हर जीव, हर वस्तु के
नाम एक दिन कर देने में। अब चाहे वो माँ हो,
पिता हो, बेटा हो , बेटी हो, पृथ्वी हो, जल हो,
विलुप्त होते जीव जंतु हों और भी न जाने क्या
क्या.....
उस एक दिन के बाद इन सब के बारे में कितनी खोज
खबर ली जाती है?
आज भी सब बेटियों को याद करके उनके गुण गान
में लगे है। लेकिन जब तक समाज में बेटों की चाह
में कोख में बेटियां मरती रहेंगी, जब तक बहू को बेटी
का दर्जा नहीं मिलेगा, जब तक दहेज के लिए किसी
की बेटी जलती रहेगी, जब तक सड़क पर चलती
लड़कियाँ फब्तियाँ सुनने पर मजबूर हैं, जब तक उनको
मायके और ससुराल में समानता की दृष्टि से नहीं देखा
जाएगा, जब तक वो घर के अंदर और बाहर पूरी तरह
महफ़ूज़ नहीं है, तब तक ऐसे एक दिन उनके नाम कर
देने से कुछ नहीं होने वाला।
यदि किसीको मेरी बातें कड़वी लगी हों तो माफी चाहती हूं
लेकिन यही आज का सच है।
दुनियां भर की सभी बेटियों को सिर्फ आज ही नहीं, उनके
जीवन के हर दिन के लिए शुभकामनाएं और आशीर्वाद।जो बेरुखी देते दोनों को
सूखे मन के ताल तलैया
कुछ दिनों बाद दोनों को
खोजते रह जाओगे भैया
पहली है घर के अँगने में
चहकती फुदकती गौरैया
दूजी मन के हर कोने में
हँसती किलकती बेटियाँ
©deepajoshidhawan -
say_me_krish 17w
Thank you so much @mirakee and @writersnetwork, you cheered me up!
SUMMARY:
This piece speaks about nature, with different perspectives and topics covered in each brevette (some also include topics about virtues)
----The poem is an Alliteration Brevette.
Inspired by @artemiswrites ❤️
@writersbay @laus_deo @sangfroid_soul
#skp_writes #pod #leaf #wallflowerc
#daadigotyourbackEarth.
Autumn
A l l u r e s
Artists.
Breeze
B e s t o w s
Bliss.
Climate
C a p t i v a t e s
Callants.
Desert
D e t e r i o r a t e s
Dearth.
Eagle
E m b r a c e s
Ebullience.
Flock
F a b r i c a t e s
Federation.
Grass
G l i s t e n s
Gleam.
Human
H o l d s
Hope.
Ice
I m b i b e s
Impasse.
Jungle
J u x t a p o s e s
Journey.
Kindness
K e e p s
Kalon.
Leman
L a u d s
Love.
Monsoon
M a k e s
Mist.
Nature
N u r t u r e s
Niche.
Oasis
O f f e r s
Oomph.
Psithurism
P r o v o k e s
Pleasure.
Quill
Q u a l i f i e s
Quality.
Rainbow
R e f l e c t s
Radiance.
Sunshine
S p r i n k l e s
Serenity.
Tree
T i n t i n n a b u l a t e s
Today.
Unicorn
U p h o l d s
Unicity.
Viator
V a l u e s
Vista.
Wallflower
W i s h e s
Wonderwork.
Xenagogue
X a e r n s
X-factor.
Yellow
Y e e p s
Yeasty.
Zinnober
Z i p s
Zing.
~S r i K r i s h n a P S | Sep 18, 2020. -
फिर भी,
सरल है,
जरूरत की जिंदगी..
परंतु,
जटिल है,
ख्वाहिश की जिंदगी..
MRJ
©dil_ke_alfajj -
quotes_mirakee 23w
Nature is the master of talents; genius is the master of nature.
- Josiah Gilbert Holland -
love_unlimited 24w
खुश कैसे रहें
"A table, a chair, a bowl of fruit and a violin, what else is needed to be Happy" - Einstein. आइंस्टीन की इन चार चीजों के यथार्थ अर्थ को समझिए। इसमें Einstein ने जीवन की खुशी के लिए स्थूल धन, पद पोजिशन आदि की विलासिता की बात ही नहीं की। व्यक्ति जो बौद्धिक जगत (प्रोफैशनल जगत में) में 15 घण्टों तक कर्मशील रहता हो, उसका आसन तो होना ही चाहिए। केवल चेयर की बात कही है। दूसरी - अपने अध्ययन शोध के कार्य के लिए मेज़ (टेबल) की भी जरूरत होगी। मेज़ का दूसरा भी उपयोग। मेज़ पर आराम (शयन) भी कर सकते हैं। कहते हैं कि आइंस्टीन 9 घंटे की गहरी नींद लेते थे। ज्यादातर उनकी प्रयोगशाला में भी उनका विश्राम होता था। तीसरी - शरीर की आवश्यक ऊर्जा को खुश (संतुलित) रखने के लिए एक कटोरे फल के आहार की ही बात की है। विविध व्यंजनों की बात ही नहीं की। यह भी हो सकता है कि उन्होंने अपने शोध काल के कई वर्ष तक केवल फलाहार ही किया हो। चौथी - मन की खुशी व अतीन्द्रिय अनुभूति के लिए उन्होंने वायलिन की जरूरत की बात की है। वॉयलिन का सीधा सम्बन्ध मन को ऐसे संगीत की गहराई में मगन करने से है जिसकी मगन अवस्था मन के पार का (गहन शान्ति का) अनुभव करा सकती है। तो इस वॉयलिन (वाद्य यंत्र) में एक अनूठे मेडिटेशन की गहराई में स्थित होने की बात समायी हुई है। जहां ये चार चीजें होंगी वहां साधारण ही सही, एक छप्पर तो होगा ही। तो एक छप्पर के अन्दर केवल ये चार चीजें पर्याप्त हैं आदमी को खुश रहने के लिए। आइंस्टीन अपने जीवन के अन्तिम कुछ वर्षों में भौतिक वैज्ञानिक शोध कार्य से अलग रहकर एक अध्यात्मिक व्यक्ति भी बन चुके थे। ऐसे व्यक्तित्व का इससे अनूठा उदाहरण कहां मिल सकता!? जीवन की दिशा और दशा कब बदल जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। विज्ञान जगत में विशेष ख्याति प्राप्त करने वाले वह आइंस्टीन वैज्ञानिक वही व्यक्ति था जिसे डल दिमाग वाला बच्चा कह कर स्कूल से निकाल दिया गया था। आज पूरा विज्ञान जगत उनको बड़े सम्मान से याद करता है। आप क्या हैं कैसे हैं आपका कार्य कैसा है यह सब आपके दृष्टिकोण पर निर्भर करता है। लोग आपको क्या कैसा समझते हैं या कैसा नहीं समझते हैं वह बात ही दूसरी है।
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devesh_upadhyay 126w
यह रचना मैंने स्त्री के चार स्वरूपों को समर्पित की है ।
इस रचना के माध्यम से
१. एक सैनिक भारत मां से
२. एक पुत्र अपनी मां से
३. एक पति अपनी पत्नी से
४. एक भाई अपनी बहन से
अपने दिल की भावनाएं व्यक्त करना चाहता है ।
इस रचना में मैंने श्रृंगार, करुण, वात्सल्य, शांत, और वीर रस को समाहित करने की कोशिश की है,यह कोशिश कितनी सार्थक रही, कृपया अवश्य ही बताएं ।
#du #hind #wds #hks #hindiwritersतुम You
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anushreesaxena_ 25w
Dedicated to those who seek happiness :-)
#happiness #happy #seek #positive #random #words #kindness #mirakee
There's a reason you were born and it's okay if you don't know yet.
There's no need to search for the purpose of your life or know your big goal.
As the joy of experiencing new things will always be greater than the pressure of being someone you are not.
You only have to be you, do things that interests you. Things that made you feel happy.
And that's how you can bring a positive change not only for you but for the world.
©anushreesaxena_Random
words of
kindness
(Read in the caption)
©anushreesaxena_ -
malang_12 25w
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