ना मुझसे इश्क किया
न मुझे ही किसी और से इश्क करने दिया,
कुछ ऐसा ही मेरा वो इश्क है..
©rani_shri
rani_shri
बत्ता है तू बत्ता
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rani_shri 19h
तू दे या न दे मुझे मगर,तुझपे अब हमारा तो हक हो चुका,
कि अब तो अंजाम चाहे जो भी हो,हमें तो इशक हो चुका।
©rani_shri -
rani_shri 1d
ज़माने को गुज़रे ज़माने हो जाते हैं
लेकिन गुज़रती है जो दिल पे,
वो हर ज़माने ताज़ा ही गुज़रती मालूम होती है..
©rani_shri -
rani_shri 1d
क्यों खुश रहें कि यहां तो खुशी थोड़ी कम है,
गर ज़िंदगी में ये गम ना हीं रहें तो क्या गम है।
©rani_shri -
rani_shri 1d
बदल जाती है जो अक्सर वो अपने ही हाथ की रेखा है क्या?
काग़ज़ के बने फूलों पर कभी भंवरों को बैठते देखा है क्या?
~श्रीअंधेरों से परे होकर भी कोई सवेरा न हुआ,
जो बेशक मेरा है फ़िर क्यों वो मेरा न हुआ।
©rani_shri -
मंज़िल की ओर चलें अगर
तो राह में हमराही सी तुम।
ख़ुदा ने जो कर दी हो पूरी
मुराद वो मनचाही सी तुम।
हर इल्जाम से बचाती हुई
किसी सही गवाही सी तुम।
शहर में हमारी बदनामियों
में होती वाहवाही सी तुम।
दिल-दिमाग में ख़्यालों की
होती आवाजाही सी तुम।
मनमानियों पे रोक लगाए
लगती हो मनाही सी तुम।
अपनी ही ताकत से लाती
दुनिया में तबाही सी तुम।
मेरे कई संगीन गुनाहों की
कोई एक बेगुनाही सी तुम।
जहाँ खोजा ख़ुदा को मैंने
मिली सदा वहां ही सी तुम।
किसी तकरार की बात में
होती हमेशा ना ही सी तुम।
किसी इज़हार में दिल से
पूरी होती हाँ ही सी तुम।
किसी पन्ने को पूरा भरती
कलम की 'स्याही' सी तुम।
©rani_shri -
rani_shri 2d
ये ज़िंदगी लगती किसी काश की तरह,
मानो कोई रूह किसी लाश की तरह।
©rani_shri -
rani_shri 2d
किसी की बातें और ज़िक्र दिल धड़काने लगे तो समझना के इश्क है
के जब सावन भिगाने से ज्यादा सुलगाने लगे तो समझना के इश्क है...
लब हंसे मगर अश्क आंखों को भिगाने लगे तो समझना के इश्क है
के दीदार पर जब खामोश लब थरथराने लगे तो समझना के इश्क है...
किसी को सोचना ख़ुद को ही गुदगुदाने लगे तो समझना के इश्क है
उससे दूर जाने की बात ज़्यादा ही डराने लगे तो समझना के इश्क है...
विरह की आग ज़रूरत से ज़्यादा जलाने लगे तो समझना के इश्क है
दिन और रात हरदम मद्धम तराने सुनाने लगे तो समझना के इश्क है...
शब ओ शाम की बातें भी कम पड़ जाने लगे तो समझना के इश्क है
इश्क का सही मतलब समझ आने लगे 'रानी' तो समझना के इश्क है...
©rani_shri -
rani_shri 3d
This one is for my most favorite writer ever over here on mirakee.
I'm a true lover of your writings in the truest senses.
The first dedication for you from my heart..
I hope you'll like it @abhi_mishra_ ,
I have always admired you and your writeups. They're inspiring in all the aspects which touches the deepest heart. Here in this poetry, i have considered you as a pro writer and myself as a noob reader.. ❤❤
Also this post is a reminder for you to write more and more..
वलय- ring
अनुनय - request
मय -wine
प्रलय- destructionआप स्वतंत्रता के दाता स्वामी से हैं
हम सदैव अधीन करते वलय से हैं।
आप सदैव नवीनतम निर्माण से हैं
हम प्रति क्षण होते एक प्रलय से हैं।
आप सुन्दरता से व्यतीत क्षण से हैं
हम विश्रामाधीन किसी समय से हैं।
आप सर्वत्र व्याप्त होते विजय से हैं
हम विजय में भी होते पराजय से हैं।
आप स्थिर आधारभूत विचार से हैं
हम अस्थिर आधारहीन निर्णय से हैं।
आप शान प्रकट करते आदेश से हैं
हम तुच्छ हीन लघु से अनुनय से हैं।
आप सुन्दर वाणियों के स्वामी से हैं
हम सुरहीन केवल किसी लय से हैं।
आप एक सुन्दर स्वरूप यौवन से हैं
हम कुरूप यौवन एकदम तय से हैं।
आप स्वयं में संपूर्ण सी वीरता से हैं
हम स्वयं में ही भयभीत भय से हैं।
आप मस्तक के एक अभिषेक से हैं
हम स्वयं पर विराजमान मय से हैं।
~श्री -
rani_shri 4d
ख़ुद ही दे कर ख़ुद ही छीन लेता है
ऐ ख़ुदा! तू तो ख़ुद के ही फ़ैसले पर ठीक से कायम नहीं।
©rani_shri
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kumarrrmanoj 9m
वस्ल - मिलन,
हिज्र - जुदाई,
मुक़ाबिल - सामने आकर,
तगलूफ - नज़रे चुराना,
अग्यार - पराय लोग,
मुखालिफ तल्खी - विरोधी कड़वाहट,
मुकद्दस- ए - नरगिस - पवित्र प्यारी आंखे,
रुखसार - ए - खुलूस - गालों की निर्मलता,
तर्ज - ए - तिफ्ल - छोटे बच्चे की तरह,
करीना पिंहा - ए - इनायत - सलीका छुपी हुई कदर
शीरी- मीठा, tund - तीखा,
मशियत - इच्छा,चाहत wish,
खवाबिदा- सपना,
उम्मीद मोजज़ा- जादू की उम्मीद,
विशाल - मिलन।
रिफाकत - साथ,
कासिदा- डाकिया,
उंस - छोटी,मुख्तसर - मुलाकात।।।।
बस लिख दिया है सम्भाल लीजिएगा।।।।PART-1(JUDAYI)
है तमन्नाएं अब तो खाक हो जाने को,
है जिश्म भी मेरा अब राख हो जाने को,
जाग कर गुजरती हैं अब तो मेरी राते,
निकलता है चांद भी मुझे सताने को,
है आमदा अब रूह तक मर जाने को,
है चाह अब तो उम्र भर सो जाने को,
हलचल सी रहती हैं अब तो दिल में,
रह गए गुलाब भी बस सितम ढाने को,
दौर-ए-मोहब्बत तो तुमसे चलेगा जरूर,
आशु आंखो के खेमे से तो बहेगा जरूर,
है इंतजार की घड़ी भी खतम हो जाने को,
है खत भी बचे तेरे अब तो मुझे रूलाने को,
आखिर कुछ शेर..... थोड़ी सी उर्दू हो जाए......
इत्ते फाकन हमसे मुलाकाते तेरी अच्छी तो नहीं,
वस्ल की रात में हिज्र की बात अच्छी तो नहीं,
मुकाबिल होके तगाफुल भी करने लगे हो अब,
अग्यार ये मुखालिफ तल्खी तेरी अच्छी तो नहीं,
मुकद्दस- ए - नरगिस, रुखसार - ए - खुलूस उसका,
तर्ज - ए - तिफ्ल है आज भी गुफ्तगू अंदाज उसका,
करीना पिंहा - ए - इनायत कद्रदानी भी रखता है वो,
कभी शिरी,कभी तुंद,कभी तल्ख है मिजाज उसका,
मशियत,खवाबिदा,उम्मीद मोजज़ा भी तो रखते है,
खत भेजने को रिफाकत कासीदा भी तो रखते है,
तमन्ना नायाब उस रहबर से विशाल की खराब नहीं,
हम ऊंस एक मुखतासर मुलाक़ात का भी तो रखते है।।
©kumarrrmanoj -
sahnah 19m
Happy International Women's Day
❤️❤️
She a warrior of times
Fought so many times
Sometimes lead
Sometimes ill-treat
Free in towns
Confine in countryside
Respect when educate
Disrespect when illiterate
Adore when fair
Abhor when dark
Still she will remain what she is
A woman less a warrior the most.
#free #happywomen'sday #wod @writersnetwork @mirakeeLike the zephyr my thoughts are free to fly over the mountains, the oceans, the jungles but in my encaged brain it floats sometimes hard to understand what it really feels.
©sahnah -
rbwriter08 19m
सोचा भी नही था
जिंदगी में ऐसे फ़साने होंगे.....
तुम मेरे तो होंगे
पर तुमसे गम छुपाने होंगे.....
फ़ासलों का कहर कुछ ऐसा होगा
की तुम कहो सब ठीक है
और हम मान लेंगे......
समंदर सा प्यार और
हम उसके दो किनारे होगे......
आगाज़ जुदाई का होगा
पर उस वक्त न तुम मेरे न हम तुम्हारे होंगे......
©rbwriter08 -
flames_ 20m
Why ?
Why am I writing this today only , because the feelings are overflowed , and even thoughts are. Don't want to make it too lengthy ,but just want to make it in one go.
To everyone,
'Patriarchy ' is a word which we connect to men , we make them feel as if the men are the culprits, and women the victims and that spreads angst in the society . We need to know and put it simply , we are not going against men or against any gender. We are together going against the system that is harming all the sexes and genders ,as a whole ' humans ', we are going against the system that is enclosing us all within certain limitations.
©flames_ -
Freedom
Free is the woman
who keeps innocence as a child
within her tender heart
She will float on a silver stream
or a dancing ocean wave
She leaves the bouncy shore
buries her pain in pearl white sand.
©_lita_ -
You are special :Women
Existence of yours is the untouched beauty of world . Because you are born in invariable colors of universe .
©jkamil3 -
हवस और हैवानियत से
थोड़ा ऊपर उठकर देखिये जनाब ,
आपको हर औरत में
'घर की इज़्ज़त' नज़र आएगी l
©eshaandpen -
dil_k_ahsaas 19m
कभी कभी उस शख्स से मोहब्बत हो जाती हैं जिसे इश्क में धोखा मिला हुआ होता हैं और हम अच्छी दोस्ती के कारण उसे टूटता हुआ देखने की जगह उसका हाथ थाम लेते हैं ताकि वो और टूटने की जगह , एक बार फिर मोहब्बत से खुद को संभाल सके।
पर जब उस शख्स का पुराना प्यार सालों बाद भी लौटता है तो वो शख्स एक मिनट भी नहीं लगाता है आपको छोड़कर चले जाने के लिए। तब वो आपसे बातें छुपाने लगता है और खींचा खींचा सा रहने लगता है। ऐसे जैसे आप का अब कोई महत्व नहीं रहा उसकी जिंदगी में और वो आपको नज़रंदाज कर के ये एहसास दिलाने लगता है कि अब आपकी ज़रूरत खत्म हो गई है और अब आप उसकी जिंदगी से रूखसत हो सकते हैं।
बस इसी भावना पर कुछ पंक्तियों को लिखने की कोशिश .......तुम धोखा देते रहे, मैं हर धोखे पर चुपचाप एक कदम पीछे हटाने लगी
तुम किसी और की तरफ हाथ बढ़ाते रहे, मैं चुपचाप अपना हाथ पीछे खींचने लगी।
तुम्हारा बिछड़ा प्यार तुम्हारे पास वापस आने लगा, मैं चुपचाप अपना प्यार छुपाने लगी
तुम मुझे नज़रंदाज करते ही रहे, मैं चुपचाप खुद को हरपल समझाने लगी।
तुम अपनी दुनियाँ में मग्न हुए, मैं चुपचाप तुम्हारी दुनियाँ से खुद को निकालने लगी।
तुम्हारा दिल पुरानी मोहब्बत को पाकर खिल सा गया, मैं चुपचाप अकेले मुरझाने लगी।
दिल के एहसास। रेखा खन्ना
©dil_k_ahsaas -
एक स्त्री के जीवन में,
जब दूसरी स्त्री,
सही भूमिका निभाएंगी,
उनकी पुरूषों के प्रति,
शिकायतें कम हो जाएगी।
सोचना।
©jigna_a -
sramverma 35m
Date 08/03/2021 Time 10:43 PM #SRV #womensday
Happy women's day to all the women's who has played any of the role in my life
जिंदगी तू अब रौशन होने को है ;
तुझमें एक औरत जो आने को है !
शब्दांकन © एस आर वर्मा
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