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shadabmalik
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shadabmalik 11w
यारा होंठों पे लिये हुए दिल की बात ,
याद करता हूँ तुझे मैं सारी सारी रात…. -
shadabmalik 11w
ये लाली, ये काजल, ये जुल्फें भी खुली खुली ,
तुम यूँ ही जान मांग लेती, इतना इंतजाम क्यूँ किया. -
shadabmalik 11w
मैं तुम्हारी कुछ मिसाल तो दे दूँ…….
मगर जानां… !
जुल्म ये है कि …
बे-मिसाल हो तुम” -
shadabmalik 11w
मैं चाहता हूँ….तुझे यूँ ही उम्र भर देखूं,
कोई तलब ना हो दिल में….तेरी तलब के सिवा … -
shadabmalik 11w
नहीं फुर्सत यकीं मानो हमें कुछ और करने की,
तेरी यादें, तेरी बातें बहुत मसरूफ़ रखती हैं… -
shadabmalik 11w
माजरा क्या हे ये भी बता दो !
आजकल ख्वाबों मे छा जाते हो… -
shadabmalik 11w
sidhi c bat hai
लफ्जो की बनावट मुझे नहीं आती….
मुझे तुमसे मोहब्बत है…सीधी सी बात है । -
shadabmalik 11w
muskurate wo hai
मुस्कुराते वो है...
और खुश्बू मेरे
दिल में फैल जाती है...!! -
shadabmalik 11w
zindagi m kuch haseen pal banke a gye
जिन्दगी के कुछ हसीन पल बनके आ गये ,
वो होठो पर मेरे गजल बनके आ गये ।।
मै तो खण्हर हो गया था जमाने के लिये ,
वो वाहो मै मेरी ताजमहल बनके आ गये ।।
कट रहा था सफर मेरा धूप मै चलते चलते,
वो रहो मै मेरी भीगे बादल बनके आ गये ।।
भूल चुका था मै शायद इश्क के अहसासो को,
वो दहलीज पर मेरी बीता कल बनके आ गये ।।
टूटे छत से बरस रही थी वूँदे तन्हायी की ,
वो सर्द रातो मै मेरी महल बनके आ गये ।।
मै भटक रहा था प्यासा रेगिस्तान मै अकेला,
वो हाथो मै मेरे मीठा जल बनके आ गये ।।
कई सबाल उठ खडे थे उनके जाने के बाद,
वो उन सारे सबालो का हल बनके आ गये ।।
एक तस्बीर मैने बनायी थी अपने हमसफर की,
वो हूँवहू उस तस्बीर की नकल बनके आ गये
