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singh7abhi
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singh7abhi 1d
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singh7abhi 1d
अजीब चीज़ हैं नहीं.,भरोसा कोई एक व्यक्ति तोड़ता हैं...
विश्वास हर किसी से उठ जाता हैं...!
अभि... -
singh7abhi 1d
वो किसी और का हो गया हैं
ये यक़ीन अब मुझे हो गया हैं...
अभि... -
singh7abhi 1w
मैं कोई छोटी सी कहानी नहीं था
बस पन्ने ही जल्दी पलट दिए तुमनें...
अभि... -
singh7abhi 2w
कभी दूर जाओ तो हमारी कहानी से अपने हिस्से लिए जाना,
लापरवाह लड़का हुँ आख़िर कब तक ही इन्हें संभाल पाऊँगा
अभि... -
singh7abhi 2w
जिसे लिखते हुए, मुझे तकलीफ़ बहुत ज्यादा होती हैं,
मेरे उस शेर की तारीफ़ बहुत होतीं हैं...
अभि... -
singh7abhi 2w
हमको भी तेज लगती थीं रफ़्तार वक्त की,
लेकिन ये इन्तजार से पहले की बात है...
अभि... -
singh7abhi 3w
इश्क़ हैं तो रूह से महसूस कीजिए.,
जिस्म की खुशबू तो कुत्ते भी सूंघ लेते हैं...
अभि... -
singh7abhi 5w
ए ज़िन्दगी आ तेरी उंगलियां दबा दूं
थक गई होगी मुझे नचाते नचाते
अभि... -
singh7abhi 5w
"kbhi nafrato'n se mila sukoon,
Kbhi chahato'n ne rula diya..."
Abhi...
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_aarya 17h
वो जो शामिल था मेरी हर दुआओ में
बिन मांगे किसीको मिल गया..। -
kealam27 1d
Apne girne se leke uthne tak ki kahani in panno par utari hai...
Aap sab to sirf sunte hai..
Humne sach me aisi zindagi guzari hai..
©kealam27 -
कल भगवान से
बहुत सारी बातें
कर ली हमने
तू डर मत सनम
तेरा एक भी सितम
बयां नहीं किया हमने
©radhawrites -
monikalokesh 3d
बनारस का घाट हो तुम,
तुम्हे छुने के लिए मुझे गंगा होना होगा ।
©monikalokesh -
रंगे - इश्क भी वक्त के साथ धुल गया
आज राह में हकीकत से मैं मिल गया
©iamfirebird -
मेरा एक हिस्सा अब भी तुझमें................बाक़ी है
तू खुल के साँस ले मेरी जान मेरा मरना अभी बाक़ी है
#arungagat -
harish8588 3d
मुझ एक को सभी ने चाहा,अपनी अपनी तरह से
मुझ एक को छोड़, सभी खुश रहे अपनी जगह पे
©harish8588 -
neelthefeel 3d
नाज़नीं... इन प्यार भरी निगाहों से देखोगे तो कैसे खुदको रोक पाएंगे.
ढह जाएंगे सब्र के मिनार जो रोकना खुदको चाहेंगे.
देखना चाहती हैं ये नर्गिसी आँखे अक्स तुम्हारा हर घड़ी.
पर खुश-नसीब इतनी कहा की तुम्हारी दीवारे-ख़ास पर आइना बन पाएंगी.
तलब हैं इन्हें तुम्हारे दीदार की उस आईने की दीवार की.
दिन रात तुम्हारे ख्वाब बादलो की तरहा हमारे ज़ेहन मे छाएंगे. क़ुछ वक़्त फुरसत मे कही हम तुझसे भी मिल पाएंगे.
अकेलेपन की इस बारिश मैं हम फिर रहे हैं दर-ब-दर.
क़ुछ राह चलते हमसफर क़ुछ हम कदम भी आएंगे.
क़ुछ मिन्नतो से मिलाएंगे क़ुछ ज़िल्लतो से मिलाएंगे.
क़ुछ रासते भी बताएँगे जो मंज़िलो से मिलाएंगे.
मेरी खोज थी बस एक तूही तू ना हो तो क्या पाएंगे.
जिस दिन दिखेगी तू कही हम क्या पता कर जाएंगे.
एक रंज सी हैं जिंदगी तू क्या हैं ये बतलाएंगे.
डूबी हुई हे रूह यूं जख्मो से बंजर गाँव मे.
हम कर रहे हैं एक सफर बस कोशिशों की नाँव मैं.
दिल ढूंढ़ता हैं हर कही बस तेरी मंज़िल का नगर.
अब एक दुआ हे बस यही की खो ना जाए हम कही.
है कश्मकश की इंतिहा तू रूबरू हो जाँ कही.
दिल ढूंढ़ता हैं बस तुझे तू शक्ल बस दिखला कही. जिस दिन मुझे मिल जाएगी मंज़िल यकीन कर पाएंगे.
क्या दौलते क्या शोहरते हम खुद ख़ुदा बन जाएंगे...... जिस दिन मुझे मिल जाएगी मंज़िल यकीन कर पाएंगे.
क्या दौलते क्या शोहरते हम खुद ख़ुदा बन जाएंगे......
©नाज़नीं...
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rudraaksha 4d
उनकी थपकियों जाने कैसा जादू था रुद्राक्ष
मुझको वैसी नींद एक अरसे से नहीं आयी ।
@neha_netra @succhiii @rani_shri @rangkarmi_anuj @aparna_shambhawiनींद
नींदे टूट जाती हैं, बड़े शहरों की रातों में
मां की गोद में सो जाऊं, ऐसा लम्हा नहीं मिलता ।
©rudraaksha -
sajank 4d
जब छोटे थे तो
नींद आने पर सोना नहीं चाहते थे,
और आज जब नींद नहीं आती
तो चैन की नींद सोना चाहते हैं!!
©sajank
