Ye dil hai mera koi dukan nahi
Jo
Har kisi ke liye khul jay
©sweta128
sweta128
HATE MAA WORD
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sweta128 4d
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sweta128 5d
Zindagi hame kitna nachati hai yaar
Or ha
Dije wale aksar aape hi hote hai
©sweta128 -
sweta128 1w
ये जो जहर उगलती हूँ ना
एक नाग को मुह लगाया था
©sweta128 -
sweta128 1w
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गिरना ही था तो किसी और तरिके से गिरते
यूँ निगाहों से गिर कर अच्छा नहीं किया ✍✍✍✍✍✍
©sweta128 -
sweta128 1w
विशवास
विशवास कोई एक ही इंसान तोड़ता है
उठ सभी पे से जाता हैं
©sweta128 -
sweta128 1w
मैंने ही हक़ दिया था तूझे मेरा दिल तोड़ने का
वरना किसकी औकात जो मुझे हाथ भी लगा दे
©sweta128 -
sweta128 2w
Love
Love -
sweta128 2w
मेरी कलम
ऐ मेरी कलम आज कुछ बेमिसाल कर
उसके इश्क़ का जिक्र आज सरेआम कर
वो नहीं है मेरी जिंदगी में तो क्या
फिर भी आज उसके बारे में सुबह से लिख और लिखते हुए शाम कर
©sweta128 -
sweta128 2w
चाहने का क्या चाह तो हम सबको सकते हैं
जनाब
पर बात यहाँ मोहब्बत की है सिर्फ एक से ही होती है
©sweta128 -
sweta128 2w
बातें
चाहतीं तो मैं भी हूँ कि हर वक़्त तुझसे बात करूँ
पर आज कुछ मजबूरीयों ने मुझे बांध रखा है
©sweta128
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ravitiwari005 64w
कातिल मोहब्बत✍
कभी दिल को समझाने के लिए लिखा करता हूं।
तो कभी दिल बहलाने के लिए लिखा करता हूं ।
किसी से सुना था कि उसको गजलें पसंद है हमारी,
कुछ शेर तो बस उसको बुलाने के लिए लिखा करता हूं।
©ravitiwari07 ( अपना है!)
_ चाहत उसकी है जिसको खुदा ने बस दीदार के लिए बनाया है। -
ravitiwari005 70w
खामोश इश्क✍
हम लफ्जो में बयां न कर पायेंगे,
अपने दिल के हालात,
जो हुनर रखते हो आशिकी का,
तो आंखों से पढ़ लो! -
साहेब
मौत का मौसम है, नई वफा आई है,
सांस लेने पर भी, एक सजा आई है,
जान नहीं छोड़ती जान जाने तक,
इश्क तेरे टक्कर की, एक बला आई है..!!
©ravitiwari005 -
ravitiwari005 42w
मुस्कुराहट
जख्म बहुत हैं फिर भी मेरा हौसला तो देख..
तू हंस दिया तो मैं भी तेरे साथ हंस दिया..॥
©ravitiwari005 -
जुनून ✍❤
अगर तुम हो तो घबराने की कोई बात थोड़ी ह
जरा सी बूंदा बादीं ह बहुत बरसात थोड़ी ह
यह राहें इश्क़ ह इसमे कदम ऎसे ही उठते ह
महुब्बत सोचने वालों के बस की बात थोड़ी ह
©ravitiwari05 -
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..
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अब तो हम ख़त भी इस कदर लिखते हैं कि,
वो खुद जान जाते की ख़त किसने लिखा है।
लेकिन अभी भी ज़वाब में वो सिर्फ खामोशी बेहजते हैं। -
___babumosaiiiii 24w
मेने दुआ समझ के तुझे क़ुबूल किया।
तूने फर्याद समझ के मुझे ठुकरा दिया। -
ये खुदा की मर्ज़ी नहीं
तेरे दिल की अर्जी थी ,
जाना था तो वजह बता कर जाते
खामखां हमारे "मुकद्दर" को ज़लील कर गए ।।।
©the_hun0728
