Happy New year
हमें समय और वक्त की रफ्तार भगवान की हाथ है।
जिंदगी का हर एक लम्हा ईश्वर की प्रार्थना की कृपा का ही आशीर्वाद है।
हर नजरिए में हम नहीं बसते हैं।उसकी ही आशीर्वाद में हमें पलते हैं।
हर दिन को वह नया दिन बनाता है।
हर वक्त को नया वक्त बनाता है।
उसके ही आशीर्वाद से नया साल बनता है।
भगवान का आशीर्वाद सब पर रहे और सब सुखी रहे।
varun1143
Varun Sachdeva
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varun1143 3w
We have the time and the speed of time in God's hands.
Every moment of life is a blessing of the grace of God.
In every perspective, we do not settle. In his blessings, we grow.
Every day makes it a new day.
Makes all times a new time.
A new year is formed by his blessings.
May the blessings of God be on everyone and everyone be happy. -
varun1143 7w
विचार
इंसान की जरूरत है !
इंसान को क्या-क्या बना देती हैं !
जिंदा इंसान को भी मुर्दा बना देती है!
Humans are needed.
What makes a human being?
Makes a dead person alive too. -
varun1143 7w
तेरी आंखों में मुझको अपने लिए प्यार दिखता है!
तेरी आंखों में मुझको अपने लिए प्यार दिखता है !
और कोई हमसाया नहीं तू ही हम प्यार हमसफर दिखता है!
तू साथ है मेरे तो हर पल अपना लगता है!
तेरे संघ जीवन मेरा मेरी रूह के साथ लगता है! -
varun1143 8w
What we have done?
We speak for ourselves to others.
And we get stuck on our own.
Bad we think for others and
when we are bad at ourselves.
Then we blame God. -
varun1143 8w
इंसान में हैवान है !
और हैवान ही इंसान है!
सोचने का नजरिया है!
क्या इंसान बन सकता भगवान है?Humans are crazy.
And
Havan is the only person.
Have an idea.
Did
Man can be the god? -
varun1143 8w
घर और जमीन इंसान से बनती है और परिवार से;
अगरकोई भी ना संभालए और ना रहे तो वह खंडहर बन जाती है!घर और जमीन
Home and land are made from humans and family.
If no one can handle it then it becomes ruined. -
varun1143 8w
मैं कौन हूं?
नकाब है चेहरे पर हमारे;
कि हम अपना चेहरा छुपा रहे हैं!
दुनिया हमसे छुपती क्या है!
कि हम अपने आप से छुप रहे हैं!
दुनिया नहीं पहचानती हमें;
कि हम अपने आप को नहीं पहचानते हैं! -
varun1143 8w
मोहताज
इश्क के बिना हम क्या जी रहे थे।
हर महक की हव में आरजू के लम्हा को ले रहे थे ।
सोचते थे जिंदगी के पलों का मतलब क्या है।
दिल के दरबार में हम भी आशिकी के मोहताज हो रहे थे। -
varun1143 9w
इश्क के मुकाम को क्या समझेंगे हम सनम ;
इश्क के मुकाम को क्या समझेंगे हम सनम ;
जिंदगी तो हर वक्त इंतेहा ही लेती है!
कयामत से जिंदगी शुरू होती है!
और इश्क की ;
कयामत में जिंदगी खत्म होती है! -
varun1143 9w
उड़ रहे हैं हम ना जाने किस जगह में;
बुलंदियां शिखर की तो दूर नहीं ;
आसमान की ऊंचाइयों भी छोटा पड़ जाता !
हर एक शिखर की बुलंदियों में अंत नहीं है!
जिंदगी के आसमान में तकदीरों का ही खेल यही;
चीर देती है आसमान का सीना ;
हर वक्त किस्मत का दम यही;
बुलंदियों को छूती है तकदीर किस्मत का नसीब यही;
बनते हैं हम तकदीर के पंछी!
उड़ जाएंगे बुलंदियों के शिखर तक भी;
रुक ना जाए तकदीर कभी भी;
हारेंगे ना हम अपनी किस्मत से भी;I don't know where you are flying.
Elevation is not far from the peak.
The sky's heights also get smaller.
Every peak has no end.
This is the game of fate in the sky of life
Rip sky.
Same luck all the time.
Destiny touches the destiny,
luck is its destiny.
We become birds of fortune.
Will fly even to the peak of high.
Never stop destiny ever.
We will not lose our luck.
